बच्चों का नाम ।।।। तिमसाल मसूद
कुछ लोग अपने बच्चों का नाम रखने के लिए शब्द-कोश का सबसे कठिन शब्द चुनते हैं. ताकि उस नाम का अर्थ जानने के लिए दूसरों को भी शब्दकोश खोलना ही पड़े, और ये लोग अपनी सरकारी किस्म की हिन्दी के ज्ञान या फिर नाम के चुनाव की दूसरों के सामने हवाबाज़ी कर सकें. हवाबाज़ी इसलिए कि अक्सर इस तरह के कठिन नाम रखने वाले लोग अपने बच्चों को ढंग से हिन्दी नहीं पढ़ाना चाहते क्योंकि ये दौर अंग्रेज़ी का है. सो अपने बच्चे के नाम के लिए घनघोर क्लिष्ट शब्द चुनकर ही वे हिन्दी का सारा कर्ज़ चुका देते हैं. गौरतलब ये है कि इनके बच्चे तो 'पापा' बोलना एक साल में ही सीख जाते हैं, लेकिन इनके पापा को अपने बच्चे का सही नाम बोलने में पांच साल लग जाते हैं.