Sunday 19 January 2014

आज मैं लेक मिशिगन के किनारे किनारे घूमने गया।  मैं ने क़रीब दो घंटे तक चहल क़दमी की।  हवा बहुत तेज़ चल रही थी।  हवा में मनो बर्फ घुली हुई थी।  लेक बहुत सुन्दर और  मन  भावुक लग रही थी।  आधी लेक तो जम कर बर्फ बन गई है और आधी लेक के नीले नीले पानी  में हवा से लहरें बन रही थीं। पानी में बर्फ के बड़े बड़े टुकड़े तैर रहे थे और उनके साथ ही कुछ बत्तखें भी बड़े आराम से पानी में घूम रही थीं। मैं सोच रहा था कि भगवान की लीला कैसी अनोखी है।  हम लोग इतने कपडे पहने हैं और कांप रहे हैं और यह बत्तखें हैं कि बर्फीले पानी में मज़े में घूम रही हैं। 

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